| Saharanpur, Uttar Pradesh:सोशल मीडिया पर मौलाना का वीडियो वायरल, कहा मीडिया ने समाज को झगड़ों की तरफ़ मोड़ दिया है。 जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक और मशहूर देवबंदी उलेमा मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है。 वीडियो में मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने मुसलमानों को नसीहत करते हुए कहा है कि “अब वक़्त आ गया है कि हम सीरियल वाली ज़िंदगी से बाहर निकलें।” मौलाना ने कहा कि आज हमारे मुआशरे (समाज) में घरेलू कलेश और तलाक़ के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने अफ़सोस जताते हुए कहा कि “हम मीडिया के ग़ुलाम बन गए हैं। जो चीज़ें हम टीवी पर देखते हैं, उन्हें ही ज़िंदगी की हक़ीक़त समझ बैठते हैं。” क़ारी इसहाक़ गोरा ने ख़ासतौर से घर की ख़वातीन को नसीहत करते हुए कहा कि आजकल बहुत-सी औरतें पाकिस्तानी सीरियल देखने में मसरूफ़ हैं, और इन ड्रामों में जो कहानियाँ दिखाई जाती हैं — सास-बहू के झगड़े, मर्द को ज़ालिम दिखाना, और रिश्तों में शक का ज़हर घोलना — वही बातें धीरे-धीरे हमारे असल घरों में भी दाख़िल हो रही हैं。 उन्होंने कहा, “हम जो बार-बार देखते हैं, वही सोचने लगते हैं, और जो सोचने लगते हैं, वही जीने लगते हैं।” इसलिए ज़रूरत है कि मुसलमान अपने घरों में दीनी माहौल को वापस ज़िंदा करें。 क़ारी इसहाक़ गोरा ने कहा कि “अगर हम चाहते हैं कि हमारे घरों में मोहब्बत, बरकत और सुकून लौट आए, तो हमें कुरআन की तालीम, नबी सा॰ की सीरत और इस्लामी तहज़ीब को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बनाना होगा。” मौलाना ने यह भी कहा कि यह दौर शिक़ायत का नहीं, सीखने का है — “हमें मनमानी नहीं, बल्कि शरीअत के मुताबिक़ ज़िंदगी बसर करनी चाहिए।” अंत में उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे अपने घरों के माहौल को मीडिया की तासीर से बचाएँ और नई पीढ़ी को इस्लामी तालीम और अख़लाक़ की तरफ़ वापस मोड़ें। मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से शेयर किया जा रहा है。 कई यूज़र्स ने मौलाना की इस नसीहत को “समाज के लिए आईना” बताया है, जबकि कुछ लोगों ने कहा कि “वास्तव में यही सुधार की असली दिशा है.”(责任编辑:) | 
